पुलिस की समझाइश के बाद परिजन अमरीश के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। बेटी ने पिता को कंधा दिया तो वहां मौजूद लोगों की आंखें छलक पड़ीं।पुलिस की समझाइश के बाद परिजन अमरीश के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। बेटी ने पिता को कंधा दिया तो वहां मौजूद लोगों की आंखें छलक पड़ीं।
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उत्तर प्रदेश में हाथरस के नौजरपुर गांव में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत करने वाले पिता की सोमवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि आरोपी गौरव शर्मा छेड़छाड़ का केस वापस लेने के लिए उन पर दबाव बना रहा था। मृतक की बेटी ने छह लोगों पर केस दर्ज कराया है। इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि गौरव एक नंबर का आतंकवादी है और वह सपा से जुड़ा हुआ है।

पीड़ित परिवार सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार नहीं करने की जिद पर अड़ा था, लेकिन पुलिस की समझाइश के बाद परिवार मान गया। पिता की अर्थी को बेटी ने भी कंधा दिया। यह देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंख नम हो गई।

आरोपी के साथ पुरानी रंजिश चल रही थी
अमरीश शर्मा (52) के परिवार ने पुलिस को बताया कि आरोपी गौरव से उनके परिवार की पुरानी रंजिश चल थी। सोमवार को अमरीश की बेटी और गौरव की पत्नी-मौसी गांव के मंदिर में पूजा करने गई थीं। इन महिलाओं में झगड़ा हो गया।

पुलिस की समझाइश के बाद परिजन अमरीश के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। बेटी ने पिता को कंधा दिया तो वहां मौजूद लोगों की आंखें छलक पड़ीं। - Dainik Bhaskar
पुलिस की समझाइश के बाद परिजन अमरीश के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। बेटी ने पिता को कंधा दिया तो वहां मौजूद लोगों की आंखें छलक पड़ीं।

शाम को अमरीश अपने खेत पर आलू की खुदाई करा रहे थे। उनकी पत्नी बेटी के साथ खाना देने के लिए खेत पर आईं थीं। इसी दौरान गौरव अपने तीन दोस्तों के साथ वहां पहुंचा और फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने के बाद अमरीश को इलाज के लिए हाथरस ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

2018 में दर्ज कराया था छेड़छाड़ का केस
एसपी विनीत जायसवाल के मुताबिक, अमरीश ने 16 जुलाई 2018 को गांव के ही गौरव के खिलाफ बेटी से छेड़छाड़ करने का केस दर्ज कराया था। इस मामले में गौरव 15 दिन तक जेल में रहा था। जमानत पर बाहर आने के बाद वह अमरीश पर केस वापस लेने का दबाव बना रहा था।

अखिलेश यादव ने कहा- रामराज्य लाने वालों के राज में बेटियां सुरक्षित नहीं
UP के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘रामराज्य लाने वालों के राज में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और सीएम बंगाल घूम रहे हैं। हाथरस की पीड़ित बेटी से मिलने सपा का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा। मैं खुद उस बेटी से मिलने जाऊंगा।’ उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने और सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आदेश दे दिया है।

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