पतझड़ के जाने का इंतजार करुं
पतझड़ के जाने का इंतजार करुं,
जब पेड़ों से पत्तियां झड़ जाएंगी,
और मौसम ठंडा हो जाएगा।
मैं उस दिन का इंतजार करुं,
जब सूरज कम चमकेगा,
और रातें लंबी हो जाएंगी।
मैं उस दिन का इंतजार करुं,
जब मैं अपने गर्म कपड़ों को पहन सकूँगा,
और एक गर्म कप कॉफी का आनंद ले सकूँगा।
मैं उस दिन का इंतजार करुं,
जब मैं सर्दियों के मौसम का आनंद ले सकूँगा,
और नए अनुभवों की तलाश कर सकूँगा।
विस्तार
मैं पतझड़ के जाने का इंतजार करुं,
क्योंकि यह एक उदास मौसम है।
पेड़ों की पत्तियां गिरती हैं,
और मौसम ठंडा हो जाता है।
मैं उस दिन का इंतजार करुं,
जब पतझड़ समाप्त हो जाए,
और सर्दियों का मौसम शुरू हो जाए।
मैं सर्दियों के मौसम को पसंद करता हूँ,
क्योंकि यह एक रोमांचक मौसम है।
मैं बर्फबारी का आनंद लेता हूँ,
और नए खेल खेलता हूँ।
मैं पतझड़ के जाने का इंतजार करुं,
और सर्दियों के मौसम का स्वागत करूं।
व्याख्या
यह कविता एक व्यक्ति के बारे में है जो पतझड़ के मौसम के अंत का इंतजार कर रहा है। कवि पतझड़ को एक उदास मौसम मानता है, क्योंकि पेड़ों की पत्तियां गिरती हैं और मौसम ठंडा हो जाता है। कवि सर्दियों के मौसम को पसंद करता है, क्योंकि यह एक रोमांचक मौसम है। कवि पतझड़ के अंत और सर्दियों के मौसम के आगमन का स्वागत करता है।