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अनार हमारे शरीर में ताक़त, एनर्जी और खून की कमी जैसी समस्याओं के समाधान लिए खूब फेमस है। महाराष्ट्र के नासिक में एक बार एक बुजुर्ग जानकार ने बताया था कि अनार के 100 ग्राम पके दानों को हफ्ते में 2-3 बार चबाते रहना चाहिये। खून भी बढ़ता है और किडनी और लीवर की सेहत बढ़िया रहती है। ये किडनी वाली जानकारी आपके दोस्त दीपक आचार्य के लिए एकदम नई तरह की थी। जिस दमखम से उन बुजुर्ग ने अपनी बात रखी, मुझे लगा कि थोड़ी खोजबीन करनी चाहिये।

कई रिसर्च पेपर्स और आर्काइव खंगालने पर हैरान करने वाली जानकारियां मेरे सामने थी।अनार उन लोगों के लिए भी बेहतरीन है जिन्हें शरीर में बार बार किडनी स्टोन्स होने की शिकायत रहती है। वैसे तो किडनी स्टोन्स से त्रस्त लोगों को बीज वाले फल और सब्जियों से तौबा करवाई जाती है क्योंकि बीजों के ऑक्सलेट्स किडनी स्टोन्स बनने में मददगार होते हैं लेकिन अनार के दाने अलग तरह से काम करते हैं।

अनेक टेस्टट्यूब और ह्यूमन स्टडीज इस ओर खूब इशारा भी करती हैं कि अनार किडनी स्टोन्स बनने की प्रक्रिया में अच्छा खासा व्यवधान डाल सकता है। सन 2014 में वैज्ञानिक शोध पत्रिका ‘युरोलिथयासिस’ में ट्रेसी और अन्य साथियों ने एक क्लीनिकल रिसर्च प्रकाशित करी। इस रिपोर्ट के जरिये बताया गया कि अनार जो है वो खून में उपस्थित ऑक्सेलेट्स, केल्शियम और फोस्फेट्स के कंसन्ट्रेशन को नियंत्रित करता है जिससे किडनी में स्टोन्स बनने की प्रक्रिया बाधित होती है।

ध्यान रहे ऑक्सेलेट्स, केल्शियम और फोस्फेट्स ही वो तामझाम हैं जिनसे किडनी स्टोन्स बनते हैं। यानी, अनार से जुड़ी ये रपट बताती है कि नासिक वाले बुजुर्ग जानकार गलत कतई नहीं थे। गजब है जी अपना देश का ज्ञान विकट दम है हमारे पारंपरिक ज्ञान में।तो अब करना क्या है? बार बार आपको या आपके परिवार में किसी को किडनी स्टोन्स बनने की शिकायत रहती है, 100 ग्राम अनार के दाने चबा जाएं, जब जब मौका मिले, नुकसान तो कोई है नहीं, कुछ होगा तो सिर्फ फायदा ही होगा।

अब ये सवाल न पूछने बैठ जाना कि गॉल ब्लैडर के स्टोन्स भी नहीं बनते क्या, ऐसा करने से? तो इसका जवाब है, मुझे नहीं मालूम। जितना पता है, बता दिया, मैं कोई डॉक्टर नहीं हूँ, ना ही आयुर्वेद का कोई आचार्य…आचार्य मेरा सरनेम है प्रभुएक बात और, ये जो जानकारी दी है, प्रीवेंशन को लेकर है, ट्रीटमेंट नहीं है। अपने पारिवारिक डॉक्टर की सलाह भी लेते रहें। बाकी तो जो है, सो है।

इस लेख में, लेखक अनार के स्वास्थ्य लाभों पर चर्चा करते हैं, विशेष रूप से किडनी स्टोन्स के लिए इसके लाभों पर। लेखक एक बुजुर्ग जानकार के बारे में बताते हैं जिन्होंने उन्हें बताया कि अनार के दानों का सेवन किडनी और लीवर की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लेखक ने इस जानकारी की पुष्टि करने के लिए शोध किया और पाया कि अनार के दानों में मौजूद पोषक तत्व किडनी स्टोन्स के गठन को रोकने में मदद कर सकते हैं।

लेखक का सुझाव है कि जिन लोगों को किडनी स्टोन्स की समस्या है, वे हफ्ते में 2-3 बार 100 ग्राम अनार के दानों का सेवन करें। लेखक यह भी साफ करता है कि यह केवल एक रोकथाम उपाय है, और किडनी स्टोन्स के इलाज के लिए चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

यहाँ अनार के किडनी स्टोन्स के लिए संभावित लाभों पर कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:

  • अनार में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। सूजन किडनी स्टोन्स के गठन का एक प्रमुख कारक है।
  • अनार में एलिगिटनिन होता है, जो एक एंटी-ऑक्सीडेंट है जो कैल्शियम ऑक्सलेट क्रिस्टल्स को बनने से रोकने में मदद कर सकता है।
  • अनार में पोटेशियम होता है, जो शरीर में कैल्शियम के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अनार किडनी स्टोन्स के इलाज का एक इलाज नहीं है। यदि आपको किडनी स्टोन्स की समस्या है, तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

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