अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Agency) में गुरुवार को एक रूसी रिसर्च मॉड्यूल में आग लगने के कारण कुछ समय के लिए स्पेस स्टेशन अपनी जगह से हट गया. हालांकि जल्दी ही स्थिति पर नियंत्रण कर लिया गया.
वॉशिंगटन. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का दावा है कि अंतरिक्ष में मौजूद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Agency) यानी अंतरिक्ष यात्रियों का घर गुरुवार (29 जुलाई) करीब 45 मिनट तक उनके नियंत्रण से बाहर रहा. रूसी मॉड्यूल ने बैकफायर कर दिया था, जिसके चलते यह गड़बड़ हुई. हालांकि, नासा के नियंत्रण कक्ष में मौजूद टीम ने कंट्रोल थ्रस्टर्स की मदद से स्पेस स्टेशन को उसकी कक्षा में पहुंचा दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया.
जानकारी के मुताबिक, अंतरिक्ष में मौजूद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर गुरुवार को कुछ ही घंटे पहले रूस का रिसर्च मॉड्यूल तैनात किया गया था. बताया जा रहा है कि उसने अचानक बैकफायर कर दिया, जिससे आईएसएस अपनी कक्षा से हट गया और करीब 45 मिनट तक नासा के नियंत्रण से बाहर रहा.
उस वक्त स्पेस स्टेशन में सात क्रू मेंबर मौजूद थे, जो फिलहाल सुरक्षित हैं. इनमें दो रूसी, तीन अमेरिकी, एक जापानी और एक फ्रेंच एस्ट्रोनॉट शामिल हैं. मामले की जानकारी मिलते ही नासा में हड़कंप मच गया. स्पेस एजेंसी के नियंत्रण कक्ष में मौजूद फ्लाइट टीम ने कंट्रोल थ्रस्टर्स की मदद से स्टेशन को उसकी जगह पर पहुंच दिया.
टाल दी गई स्टारलाइनर कैप्सूल की लॉन्चिंग
बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह घटना हुई, उसके कुछ ही देर बाद नासा की ओर से बोइंग सीएसटी-100 स्टारलाइनर कैप्सूल की लॉन्चिंग होनी थी. यह कैप्सूल भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ने के लिए भेजा रहा रहा था, लेकिन हादसे के बाद लॉन्चिंग रोक दी गई. अब इस कैप्सूल की लॉन्चिंग तीन अगस्त को तय की गई है.
.@Space_Station crew members are safe and will scrub their schedules for today in order to focus on recovery efforts following the unexpected loss of attitude caused by the Russian Nauka module’s thrusters firing. The station is back in attitude control and is in good shape. pic.twitter.com/38qBmEBjbU
— NASA (@NASA) July 29, 2021
रूसी मॉड्यूल ने क्यों किया बैकफायर?
जाचं में सामने आया है कि रूसी लैबोरेटरी मॉड्यूल नाउका में तकनीकी खामी की वजह से बैकफायर हुआ. दरअसल, उसके जेट थ्रस्टर्स खुद-ब-खुद चलने लगे, जिसके चलते इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के नियंत्रण से बाहर हो गया.
नासा के आगामी अभियान पर लगा ब्रेक
इस गड़बड़ी के कारण नासा को अपना एक बड़ा अभियान रोकना पड़ रहा है. नासा 3 अगस्त को Boeing के नए CST-100 Starliner capsule को लॉन्च करने वाला था. यह कैप्सूल बिना अंतरिक्षयात्रियों के स्पेस स्टेशन पर जाता. स्टारलाइनर को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से शुक्रवार को एटलस वी रॉकेट के ऊपर से प्रक्षेपित करने के लिए तैयार किया गया था.
नासा ने ट्वीट किया है, अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में Nauka module को स्थापित करने के बाद गलती से इस मॉड्यूल के थ्रस्टर्स में फायर होनी शुरू हो गई. इस कारण स्पेश स्टेशन अपने निश्चित स्थान से 45 डिग्री घूम गया. जल्द ही रिकवरी ऑपरेशन के माध्यम से स्पेस स्टेशन को अपनी निश्चित जगह पर पहुंचा दिया गया. स्पेस स्टेशन में मौजूद अंतरिक्षयात्रियों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ.
एक अन्य ट्वीट में नासा ने लिखा, स्पेस स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्षयात्री सुरक्षित हैं और आज अपने नियमित काम के तहत रूस के नौका मॉड्यूल के थ्रस्टर में आग लगने के कारण जो नुकसान हुआ है, उसकी मरम्मद करने के लिए तैयार हैं. स्टेशन अपनी जगह पर कायम है और अच्छे आकार में है.