महाराष्ट्र के पुणे में नवरात्रि के दौरान एक ‘विशेष सेक्स तंत्र शिविर‘ को लेकर युवाओं को भरमाने का मामला सामने आया है। इस तीन दिन और दो रात के शिविर के आयोजन को लेकर सोशल मीडिया में एक विज्ञापन के जरिए प्रचार किया जा रहा था। इसे लेकर बवाल मचने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
सेक्स तंत्र शिविर को लेकर सोशल मीडिया में सत्य शिवम सुंदरम फाउंडेशन पुणे के नाम से प्रचार किया जा रहा था। शिविर में शामिल होने के लिए ऑनलाइन पंजीयन भी शुरू हो चुके थे। इस आवासीय शिविर के लिए 15000 रुपये फीस तय की गई थी। विज्ञापन में कहा गया था कि 1 से 3 तीन अक्तूबर के चलने वाले इस शिविर में विभिन्न सेक्स तकनीकीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह विवादित विज्ञापन विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर तेजी से वायरल होने लगा। इसे देखते ही पुणे पुलिस सतर्क हो गई। उसने तुरंत संज्ञान लेते हुए रवि सिंह निवासी प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। रवि सिंह ने ही यह विवादित विज्ञापन सोशल मीडिया में साझा किया था। विज्ञापन में अश्लील फोटो भी थे।
उत्तर प्रदेश में पंजीकृत है फाउंडेशन
पुणे पुलिस ने कहा कि रवि सिंह से संपर्क किया गया है। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने यह विज्ञापन उत्तर प्रदेश में पंजीकृत सत्यम शिवम सुंदरम फाउंडेशन की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। आरोपी रवि सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 292 और आईटी एक्ट की 67 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच पुणे पुलिस की साइबर यूनिट करेगी। पुलिस ने कहा कि उक्त शिविर को निरस्त कर दिया गया है।
हिंदू संगठनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इस बीच, हिंदू महासंघ और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के सदस्यों ने विज्ञापन पर कड़ी आपत्ति जताई और अपनी लिखित शिकायत पुणे पुलिस को सौंप दी। हिंदू महासंघ के सदस्य आनंद दवे ने कहा कि विकृत शिविर का यह विज्ञापन नवरात्रि स्पेशल के नाम से वायरल किया जा रहा था। यह हिंदुओं और उनके देवताओं का अपमान है। पुलिस को इस शिविर को रोकना चाहिए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।